कड़ी अनुवादक: शी
ओबेरॉय भाइयों को नौकरी से निकाल दिया जाता है वो अपनी जिंदगी के बुरे दिनों का सामना कर रहे हैं, इस एपिसोड १०७ में उन्हें जल्दी से एक नया बिज़नेस शुरू करने के लिए कुछ रुपयों की जरुरत है। हताश वेदांत ने सविता से एपिसोड 106 में कुछ रुपयों की भीख मांगी, लेकिन उसको पता है की उसकी मदद काफी नहीं है। हालांकि, उसने एक प्लान बनाया और उसके हिसाब से सलाह दी, ताकि उस प्लान पर काम किया जा सके। सविता एनी को तैयार करती है ताकि वो वेदांत और करन की मंगेतर होने की एक्टिंग कर सकें। दोनों भाइयों के लिए उनका प्लान ये है कि वे अपने धनी माता-पिता को अपनी भावी दुल्हनों से मिलायें, इस उम्मीद में कि शादी के उपहार के रूप में उनको रुपयों की मदद मिल जाएगी। लेकिन करन और वेदांत के माता-पिता जितने धनी हैं, उतने ही चतुर भी हैं, और वो अपनी बहुओं के बैकग्राउंड को एक ऐसे तरीके से चेक करते हैं जिसकी उनके बेटों ने कल्पना भी नहीं की है।