इस एपिसोड में, अशोक अपने सबसे करीबी दोस्तों के साथ ताश खेलता है. सविता उन सभी को नमकीन और बियर परोसने में मदद करती है, जैसा की उनके पास बियर की कोई कमी नहीं है इसलिए वो पीते रहते हैं जब तक की वो सब नशे में धुत नहीं हो जाते हैं. इसके बाद जब अशोक का एक दोस्त नशे में अशोक की बीबी से ज्यादा ही मस्ती करता है तो वो उसको उसके घर छोड़ने जाता है और बाकि ताश के खिलाडी सविता से खेलने के लिए कहते हैं, लेकिन पैसे के लिए नहीं. उसके पास विशेषताएं और कौशल हैं जिनकी कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती है! फिर आगे खेल में क्या होता है जानने के लिए पढ़े सविता भाभी का एपिसोड 36 “अशोक का ताश का खेल”.